इदिंरा बग़ैर मुल्क मेरा, है इस हाल मे
दीपक नहीं हो जैसे, पूजा की थाल मे
टूटी मगर ना टूटने दिया, वतन कभी
सूखी मगर ना सूखने दिया, चमन कभी
साँसों का तेल दे दिया, बुझती मशाल मे
दीपक नहीं हो जैसे, पूजा की थाल मे
-अब्दुल जब्बार - 9414109181
#IndiraGandhi