इदिंरा बग़ैर मुल्क मेरा.. अब्दुल जब्बार


 

इदिंरा बग़ैर मुल्क मेरा, है इस हाल मे
दीपक नहीं हो जैसे, पूजा की थाल मे
टूटी मगर ना टूटने दिया, वतन कभी
सूखी मगर ना सूखने दिया, चमन कभी
साँसों का तेल दे दिया, बुझती मशाल मे
दीपक नहीं हो जैसे, पूजा की थाल मे

-अब्दुल जब्बार - 9414109181

#IndiraGandhi

दिव्य दिवाली

दे सलामी सितारे जले दीप को
दे हवा भी सहारे जले दीप को
रात जाने लगी दिल से देकर दुआ
भोर तक जलना प्यारे जले दीप को

अब्दुल जब्बार

जय हिन्द .....


इस गुलशन के हर फूल को बचाने के लिए 
आज़ादी के उसूल को बचाने के लिए

वादी-ऐ-कश्मीर की हिफाज़त के लिए 
रावी गंगा नीर की हिफाज़त के लिए 

हर नौजवान देश पे कुर्बान रहेगा 
हम रहे ना रहे पर हिन्दस्तान रहेगा
कवि अब्दुल जब्बार